फर्जी सिमों का बडा नेटवर्क होने की संभावना
जबलपुर। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राज्य सायबर पुलिस मुख्यालय भोपाल योगेश देशमुख द्वारा सायबर फायनेंसियल फ्राड की रोकथाम पर त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही कर त्वरित निराकरण के हाल ही में निर्देश दिए गये थे |
इसी परिपेक्ष्य में पुलिस अधीक्षक जबलपुर डॉ. रश्मि खरया एवं उप पुलिस अधीक्षक महोदय वीरेन्द्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन में सतना निवासी एक सीमेंट कम्पनी में कार्यरत सुरक्षाकर्मी के फर्जी बैंक खाता खोलकर उसमें फर्जी मोबाइल नंबर दर्ज कर अज्ञात द्वारा करोडों के रूपये के अवैध ऑनलाइन लेनदेन करने संबंधी एक शिकायत राज्य सायबर पुलिस जोनल कार्यालय जबलपुर में प्राप्त हुई थी जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुये अपराध क्रमांक 353/2024 धारा 318(4), 319(2), 336 (3),338, 61(2) BNS एवं 66सी, 66 डी आईटी एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में त्वरित रूप से साक्ष्य एकत्रित किये गये।
जिसमें हाल ही में राज्य सायबर पुलिस जोन जबलपुर के द्वारा 12 आरोपियो को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था उक्त अपराध की विवेचना में 6 अन्य आरोपियो को तकनीकि साक्ष्यो के आधार पर 5 आरोपियो 1. मोहम्मद मासूक उर्फ मसूद पिता मोहम्मद हनीफ निवासी कामता टोला जिला सतना, 2. चंचल विश्वकर्मा पिता राम विश्ववास विश्वकर्मा निवासी टिकुरिया टोला जिला सतना, 3. नीरज यादव पिता सदन यादव निवासी कराई पटना बिहार, 4. रामनाथ कुमार पिता सुनेन्द्र सिंह निवासी सहरसा बिहार, 5. गोविन्द कुमार पिता नंद किशोर सिंह निवासी सहरसा बिहार (सभी आरोपी हाल निवास गुडगांव हरियाणा) को हरियाण से एवं 1 आरोपी साजिद खान पिता जाहिद खान निवासी नजीराबाद जिला सतना म०प्र० (हाल निवासी हैदराबाद) को राज्य सायबर पुलिस जबलपुर की टीम द्वारा गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। उक्त आरोपियों की गिरफ़्तारी हेतु कार्य निरी० निलेश अहिरवार के नेतृत्व में राज्य सायबर की 2 टीमें गठित कर टीमों को त्वरित रूप से रवाना कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
उपरोक्त समस्त आरोपियों के कब्जे से लगभग 14 लैपटॉप, 40 मोबाइल फोन, विभिन्न बैंक के 89 एटीएम कार्ड, 06 बैंक पासबुक, 05 क्यूआर कोड, 02 चेकबुक, जप्त किये गये।
आरोपियों से पूछताछ में पाया गया कि उक्त गिरोह का संपर्क देश के विभिन्न राज्यों दिल्ली, हरियाणा, छत्तीसगढ के अन्य आरोपियों के साथ पाया गया है जिनके साथ मिलकर यह फर्जी बैंक खातों एवं फर्जी सिमों का व्यापार एवं उनका उपयोग सायबर फ्रॉड करने में करते हैं। उक्त आरोपियों के द्वारा यह भी बताया गया कि सोशल मीडिया एप जैसे फेसबुक इंस्टाग्राम पर ऑनलाइन बेटिंग गेम का एड देकर विज्ञापन के माध्यम से भी धोखाधडी करने का कार्य करते हैं जिसका प्रशिक्षण उन्हे दिल्ली व हरियाणा में दिया गया था।
उपरोक्त सभी आरोपियों को गिरफ़्तार कर माननीय न्यायालय के आदेश से न्यायिक अभिरक्षा मे भेजा गया।