तीरंदाजी प्रतियोगिताः पुरुष वर्ग में महाराष्ट्र के विनायक और महिला वर्ग में दिल्ली की एश्वर्या प्रथम रहीं

खेल खिलाड़ी मध्य प्रदेश

चौथी एनटीपीसी नेशनल रैंकिंग तीरंदाजी प्रतियोगिता रविवार को एसएनजी मैदान पर प्रारंभ हुई। 16 अक्टूबर तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में ओलिंपियन खिलाड़ी भी शामिल होंगे। केंद्रीय इस्पताल और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने प्रतियोगिता का शुभारंभ कर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया।

नर्मदापुरम। चौथी एनटीपीसी नेशनल रैंकिंग तीरंदाजी प्रतियोगिता रविवार को एसएनजी मैदान पर प्रारंभ हुई। सब जूनियर स्पर्धा में महाराष्ट्र के कुनाल पवार ने 680 अंक प्राप्त कर पहला स्थान प्राप्त किया। राजस्थान के कपीश सिंह ने दूसरा व राजस्थान के ही महेश कुमावत ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं बालिका वर्ग में दिल्ली की एश्वर्या शर्मा ने 694 अंक प्राप्त कर पहले स्थान पर रहीं। कर्नाटक की सनगम सरनया ने दूसरा व महराष्ट्र की आदित गोपीचंद स्वामी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।

जूनियर वर्ग के खिलाड़ियों की स्पर्धा 12 अक्टूबर को होगी व पुरस्कार वितरण 13 अक्टूबर को होगा। 15 अक्टूबर को सीनियर वर्ग की प्रतियोगिता होगी। समापन 16 अक्टूबर को होगा। इस प्रतियोगिता में ओलिंपियन खिलाड़ी भी अपना कौशल दिखाने आ रहे है।

इससे पहले रविवार को केंद्रीय इस्पत और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने प्रतियोगिता का शुभारंभ कर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया व खेल भावना से अच्छा प्रदर्शन करने की बात कही। उन्‍होंने आयोजन समिति द्वारा की गई व्यवस्थाओं को लेकर भी प्रशंसा की। प्रतियोगिता में देश के सभी राज्यों के लगभग 200 से अधिक खिलाड़ी शामिल हो रहे है। शुभारंभ अवसर पर इस अवसर पर विधायक डा सीतासरन शर्मा, कमिश्नर नर्मदापुरम माल सिंह, राष्ट्रीय तीरंदाजी संघ के उपाध्यक्ष टीके विद्यार्थी, मप्र तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष गिरिजा शंकर शर्मा, सेवा भारती प्रांत संगठन सुरेंद्र सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व शिक्षाविद् भवानी शंकर शर्मा, आर्चर संघ के जिला अध्यक्ष अरुण शर्मा, आयोजन समिति के पदाधिकारी डा वैभव शर्मा, नपा अध्यक्ष नीतू यादव, जनपद अध्यक्ष भूपेंद्र चौकसे सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

तीरंदाजी ओलिंपिक, एशियन गेम्‍स, कामनवेल्‍थ गेम्‍स में शामिल है, इसके विश्‍वकप में दुनिया भर की टीमें भाग लेती है। ओलिंपिक में हमारे कुछ खिलाडि़यों को हमेशा पदक का दावेदार माना जाता है, वहीं विश्‍वकप, एशियन गेम्‍स और कामनवेल्‍थ गेम्‍स में हमारे आर्चर अपना जलवा बिखेर चुके है, यहीं कारण है कि यह खेल मप्र सहित पूरे देश में तेजी से लोकप्रिय होता जा रहा है।

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